(23 मार्च, बलिदान दिवस पर विशेष) ‘एक जीवन और एक ध्येय’ वाले तीन मित्र भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु, इन तीनों की मित्रता क्रांति के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। बसंती चोला के इन दीवानों की ऐसी मित्रता थी जो जीवन के अंतिम क्षण तक साथ थी और बलिदान के बाद …
Read More »भारतीय इतिहास की हृदयविदारक घटना : शहीद दिवस
“जो आँखें देशहित जागी, वो हरगिज़ सो नहीं सकती। जिस्म के ख़ाक होने पर भी, शोहरत खो नहीं सकती। भले दौलत की ताक़त से खरीदो, सारी दुनिया को, शहादत की मगर कोई भी क़ीमत हो नहीं सकती।। ” भारत को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने के दो मुखर स्वर …
Read More »जलियां वाला बाग नरसंहार का लंदन में बदला लेने वाले वीर उधम सिंह
31 जुलाई 1940 : क्रान्तिकारी ऊधमसिंह का बलिदान दिवस कुछ क्रांतिकारी ऐसे हुए हैं जिन्होंने शांति के जगह क्रांति का रास्ता अपनाया, उन्होंने अंग्रेजों की नेस्तनाबूत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, ऐसे ही क्रान्तिकारी थे ऊधमसिंह, जिनको लंदन में 31 जुलाई 1940 को फांसी दी गई थी। सरदार …
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