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देश विदेश के डाक टिकटों में राम

रामायण महाकाव्य केवल भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में पसन्द की जाती है, सूरीनाम, फिजी, गुयाना, मॉरीशस, वेस्टइंडीज आदि देशों के प्रवासियों ने रामायण को अपने हृदय में बसाया है। बहुत से एशियाई देशों में रामायण को अपनी भाषा में अनुवादित कर अपने धार्मिक ग्रन्थ के रूप में अपनाया । रामायण के चरित्र नायक भगवान राम हैं जो पूर्ण ब्रह्म हैं। दशरथ एवं कौशल्या के पुत्र के रूप में उन्होंने धरती पर अवतार लिया। भगवान राम मर्यादा पुरूषोत्तम हैं।

लिफाफे पर चिपके साधारण दिखने वाले डाक टिकट कुछ न कुछ कहते हैं, किसी न किसी विषय की जानकारी प्रदान करते हैं। डाक टिकट किसी भी देश की विरासत की कहानी को दर्शाते हैं। यहाँ हम रामायण एवं भगवान राम पर जारी टिकटों को देखेंगे। भगवान राम पर भारत ही नहीं विश्व के बहुत से देशों द्वारा डाक टिकट जारी किये जा चुके हैं।

भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी डाक टिकट :-

सन् 1952 में डाक विभाग द्वारा 6 स्मारक डाक टिकट भारतीय सन्त एवं कवि थीम पर गोस्वामी तुलसीदास के साथ सन्त कबीर, मीरा, सूरदास, गालिब एवं रविन्द्र नाथ टैगोर की टिकटें जारी की। गोस्वामी तुलसीदास पर 1 आना की डाक टिकट जारी की गई थी ।

5 अप्रैल 1966 को डाक विभाग द्वारा एक प्रथम दिवस आवरण एवं 15 नये पैसे की तमिल रामायण के रचियता महर्षि कम्बर पर डाक टिकट जारी की गई। महर्षि कम्बर द्वारा रचित रामावतारम् तमिल साहित्य की सर्वोत्तम कृति है एवं वृहत ग्रंथ है इसके रचियता कम्बन कवि चक्रवर्ती की उपाधि से प्रसिद्ध हैं।

महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत के प्रथम महाकाव्य रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मीकि पर डाक विभाग द्वारा सन् 1970 में 20 नये पैसे की डाक टिकट जारी की।

रामचरित मानस अवधि भाषा में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा 16वीं शताब्दी में रचित महाकाव्य हिन्दू धर्म का एक प्रमुख धार्मिक ग्रंथ है जिसमें राम को मर्यादा पुरूषोत्तम के रूप में दिखाया गया है, गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस का अनुपम शैली में दोहों, चौपाइयों, सोरठों तथा छंदों का आश्रय लेकर बहुत अच्छा वर्णन किया है। रामचरित मानस पर 4 मई सन् 1975 को भारतीय डाक विभाग द्वारा 25 पैसे की डाक टिकट जारी की गई।

जयदेव द्वारा रचित श्री गीत गोविन्द साहित्य जगत की अनुपम कृति है। जयदेव की गीत गोविन्द पर 27 जुलाई 2009 में 5 रूपये मूल्य वर्ग की 10 डाक टिकटों का एक सेट जारी किया गया, जो भगवान विष्णु के 10 अवतारों पर आधारित थी।

डाक विभाग द्वारा 22.09.2017 को 5 रू. मूल्य की 11 डाक टिकटों का एक सेट जारी किया। इन 11 डाक टिकटों में राम सीता स्वयंवर में धनुष तोड़ना, राम को वनवास, भरत मिलाप, केवट संवाद, सबरी के बेर खाना, सीता को हनुमान सन्देश, राम सेतु निर्माण, संजीवनी बूटी के लिए हनुमान द्वारा पूरे पहाड़ को उठाकर लाना,रावण वध व 15 रू. मूल्य वर्ग की टिकट में राम दरबार को दर्शाया गया है ।

नेपाल द्वारा जारी डाक टिकट :-

हिन्दू राष्ट्र नेपाल के डाक विभाग द्वारा 18 अप्रैल 1967 में रामनवमीं के उपलब्य पर 15 पैसे का टिकट निकाला गया जिसमें राम सीता को दिखाया गया है। सन् 1991 में जारी डाक टिकट भगवान राम एवं जानकी विवाह मण्डप (जनकपुर) को दर्शाया गया है।

इंडोनेशिया द्वारा जारी डाक टिकट :-

मुस्लिम बहुत देश इंडोनेशिया में रामायण को काकविन रामायण कहा जाता है । 15 जून सन् 1962 में चतुर्थ एशियाई खेल पर जारी डाक टिकट में भगवान राम को अपने दिव्य धनुष के साथ दिखाया गया है । 1962 में ही देवी सीता, हनुमान, जटायु, रावण, मारीच पर भी डाक टिकट जारी किये गये । 24 जनवरी सन् 2016 में जारी डाक टिकट में हनुमान जी को लंका जलाते हुये दिखाया गया है ।

कम्बोडिया डाक विभाग द्वारा जारी डाक टिकट :-

13 अप्रैल सन् 2006 में जारी डाक टिकट में भगवान राम के पुत्र लव एवं कुश को तीरंदाजी का अभ्यास करते हुए दिखाया गया है । सन् 2006 में जारी डाक टिकट में राम एवं सीता को दिखाया गया है ।

थाईलैण्ड डाक विभाग द्वारा जारी डाक टिकट :-

सन् 1996 में जारी की गई इन डाक टिकटों में राम को मारीच का शिकार करते हुए दिखाया गया है । 2 अगस्त 2005 को जारी टिकट में राम की सीता से मुलाकात, समुद्र पार कर लंका में वानर सेना का प्रवेश एवं राम रावण युद्ध को दिखाया गया है । सन् 1981 में जारी टिकट में इन्द्रजीत मेघनाद के मुखौटे को दिखाया गया है।

लाओस में जारी डाक टिकट :-

सन् 1969 में जारी की गई टिकटों में जटायु और रावण के बीच द्वंद्व को दर्शाया गया है और इसी वर्ष जारी एक अन्य टिकट में सीता को अग्नि परीक्षा देते हुए दिखाया गया है। अक्टूबर 1955 में जारी डाक टिकट में भगवान राम एवं सीता को दिखाया गया है। सन् 1971 में जारी डाक टिकट में हनुमान एवं मछली का युद्ध दर्शाया गया है। सन् 2004 में जारी टिकट में राम बाली को मारते हुए दिखाया गया है।

नेपाल, इंडोनेशिया लाओस के साथ ही सूरीनाम, वियतनाम आदि देशों द्वारा भी भगवान राम एवं रामायण से संबंधित डाक टिकट जारी किये हैं। 5 अगस्त 2020 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अयोध्या में बन रहे राम मंदिर पर डाक टिकट जारी किया है।

शोध आलेख

श्री श्याम नारायण तिवारी
324/2, दीक्षितपुरा,
महात्मा गाँधी वार्ड,
जबलपुर – 482 002
मोबा. 7987436146

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