स्वामी विवेकानंद का राष्ट्रध्यान 25, 26 तथा 27 दिसंबर, 1892 आज 25 दिसंबर को दुनियाभर में “क्रिसमस” पर्व की धूम है। भारत में भी जगह-जगह क्रिसमस की शुभकामनाओंवाले पोस्टर्स, बैनर, ग्रीटिंग्स का माहौल है। पर 25 दिसंबर, हम भारतीयों के लिए क्या महत्व रखता है? इस बात को समझना होगा। …
Read More »स्वामीजी का वाङ्गमय पढ़कर मेरी देशभक्ति हजारों गुना बढ़ गई है : महात्मा गांधी
नवयुग के निर्माता स्वामी विवेकानन्दजी ने कहा था, “मैं भविष्य को नहीं देखता, न ही उसे जानने की चिन्ता करता हूं। किन्तु, एक दृश्य मैं अपने मन:चक्षुओं से स्पष्ट देख रहा हूं, यह प्राचीन मातृभूमि एक बार पुन: जाग गई है और अपने सिंहासन पर आसीन है – पहले से …
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