बस्तर भूषण को बस्तर का प्रथम प्रामाणिक ग्रंथ माना जाता है। इस गंथ के लेखक ने अपने मित्र तहसीलदार द्वारा साझा किया गया एक संस्मरण का उल्लेख करते हुए लिखते हैं- “एक मित्र जो कोण्डागाँव में तहसीलदार थे, मुझसे कहते थे कि बड़ाडोंगर (बस्तर रियासत में दो डोंगर है, अर्थात …
Read More »जहाँ विराजी है मलयारिन माई : नवरात्रि विशेष
रायपुर से जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 पर विकास खंड मुख्यालय फरसगांव स्थित है। यहां से लगभग 16 कि. मी. दूर पश्चिम दिशा में पहाड़ियों से घिरा बड़ेडोंगर नामक गांव है, जहां पहले बस्तर की राजधानी हुआ करती थी। ग्राम बड़ेडोंगर के भैंसा दोंद डोंगरी ( महिषा द्वंद्व ) नामक …
Read More »छोटे डोंगर परगना की आराध्या देवी बनमावली
छत्तीसगढ़ के दक्षिण में स्थित बस्तर सम्भाग सात जिले में विभक्त है। इसका एक जिला नारायणपुर है, जिला मुख्यालय से ओरछा (अबुझमाड़) मार्ग के पैंसठ किमी पर ग्राम धनोरा स्थित है। यहाँ से पूर्व दिशा में लगभग दस किमी पर ग्राम मडमनार है। यह गाँव केसुरमेटा पहाड़ी की तराई में …
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