महर्षि वाल्मीकि का जन्म शरद पूर्णिमा को हुआ था। वे भारत की उन विरली विभूतियों में से एक हैं, जिन्हें हर समाज अपना पूर्वज मानता है। ब्राह्मण समाज ऋषि पुत्र मानता है तो भील वनवासी समाज उन्हें अपना पूर्वज मानते हैं, दलित वर्ग में तो वाल्मीकि समाज की गणना होती …
Read More »