Home / Tag Archives: सुरुज बाई खांडे

Tag Archives: सुरुज बाई खांडे

रामसाय की सुरमोहनी भरथरी गायिका सुरुज बाई खांडे

“घोड़ा रोवय घोड़ासार म, हाथी रोवय हाथीसार म …मोर रानी ये या, महलों में रोवय …” भरथरी की विधा में इस गीत का राग-संगीत तबले की थाप, बांसुरी के सुर में जीवन की सच्चाई को ब्यक्त करता है। छत्तीसगढ़ को इतिहास को झांक कर देंखें तो यहाँ का इतिहास यहाँ …

Read More »