नया सत्र शिक्षण शिक्षा का ।
ज्ञान, ध्यान और दीक्षा का ।।
अबोध, अज्ञान और चंचल मन ।
गीली मिट्टी सा कोमल तन ।।
शीतल शांत संस्कारी आंगन ।
विद्यालय हो बाल मन दर्पण ।।
गुरुओं की प्रेम की भाषा ।
बाल मन में हो अभिलाषा ।।
मिले उन्हें ऐसा संसाधन ।
घर जैसा हो विद्या का आंगन ।।
ऐसी अलख जगाए हम ।
बन जाए शिक्षा का उपवन ।।
गांधी सुभाष बने ये कलाम ।
राष्ट्र निर्माण का दे पैगाम ।।